अहमदाबाद | ऊर्जा बचत और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए पश्चिम रेलवे हरित और स्वच्छ रेलवे की दिशा में बड़े कदम बढ़ा रही है। इस दिशा में पश्चिम रेलवे ने विभिन्न रेलवे स्टेशनों और कार्यालय भवनों में सौर संयंत्र स्थापित किए हैं जो स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करते हैं और इसके परिणामस्वरूप ऊर्जा बिलों में बचत भी हो रही है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार स्वच्छ और हरित रेलवे के मिशन के साथ आगे बढ़ते हुए पश्चिम रेलवे ने प्रदूषण को रोकने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कई पहल की हैं। ऐसी ही एक पहल रेलवे स्टेशनों और कार्यालय भवनों में सौर संयंत्रों की स्थापना है। पश्चिम रेलवे के 97 रेलवे स्टेशनों पर 6635 किलोवाट पीक (Peak) क्षमता के सौर संयंत्र जबकि 46 से अधिक रेलवे कार्यालय भवनों में 3920.48 किलोवाट पीक (Peak) क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित किए गए हैं। वर्ष 2021-22 में इन सौर संयंत्रों द्वारा 7553178 यूनिट (KWh) हरित ऊर्जा उत्पन्न की गई है, जिसके परिणामस्वरूप सौर संयंत्रों द्वारा उत्पन्न ऊर्जा की लागत की तुलना में विद्युत बोर्डों द्वारा आपूर्ति की गई ऊर्जा की प्रति यूनिट लागत में अंतर के कारण ऊर्जा बिल पर 3 करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई है। वर्ष 2022-23 के लिए अक्टूकबर, 2022 के महीने में 30.22 लाख की बचत सहित संचयी बचत 2.15 करोड़ रुपये है। पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल मंडल में वर्ष 2021-22 में 3619241 kWh ऊर्जा उत्पन्न हुई, जिसके परिणामस्वरूप 1.49 करोड़ रुपये की बचत हुई। चालू वर्ष में अक्टू-बर, 2022 तक 2572790 kWh ऊर्जा उत्पन्न हुई, जिसके परिणामस्वरूप 1.11 करोड़ रुपये की बचत हुई है। ठाकुर ने आगे बताया कि छोटे स्टेशनों पर सौर संयंत्रों से उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग स्टेशनों पर बिजली के उपकरणों जैसे लाइटें, पंखे, कंप्यूटर और यहां तक कि सर्कुलेटिंग एरिया में स्ट्रीट लाइटिंग के लिए किया जाता है। प्रमुख स्टेशनों पर, उत्पन्न ऊर्जा बिजली ग्रिड को ट्रांसमिट की जाती है और बिजली बिल मीटर्ड बिलिंग सिस्ट।म द्वारा प्राप्त  किये जाते हैं।