नई दिल्ली। सर्दी बढ़ने के साथ ही वाटर गीजर की कीमतें बढ़ गई हैं। कारण है गीजर बनाने में उपयोग होने वाले कच्चे माल की कीमत में बढ़ोतरी। कारोबारियों का कहना है कि इस साल विभिन्न तरह के गीजर की कीमतों में पांच से 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। नोएडा में गीजर बनाने वाली एक कंपनी के अधिकारी का कहना है कि कोरोना के बाद से ही कॉपर समेत सभी तरह के मेटल महंगे हो गए हैं। गीजर बनाने में कॉपर का काफी उपयोग होता है। जाहिर है कि इससे गीजर का निर्माण महंगा हो गया है। हालांकि उनका कहना है कि जिस तरह से कच्चे माल की कीमतें बढ़ी हैं उस तरह से फाइनल प्रोडक्ट का दाम नहीं बढ़ा है। यदि ऐसा होगा तो बाजार में और महंगी चीजें हो जाएंगी। दिल्ली के दरियागंज स्थित एक रिटेलर से के मुताबिक बाजार में 15 लीटर का गीजर 6 हजार से 10 हजार रुपए में मिल रहा है। वहीं 25 लीटर का गीजर 7 हजार रुपए से 12 हजार रुपए तक आ रहा है। रिमोट कंट्रोल से चलने वाला गीजर और महंगा हो गया है। कारोबारियों का कहना है कि छोटे गीजर 3 लीटर के होते हैं। ये 2.5 हजार से 4 हजार रुपए में मिल जाते हैं। इसका चलन बढ़ा है तो कई नामी कंपनियां भी छोटे गीजर बना रही हैं।