नई दिल्ली । दिल्ली नगर निगम के संशोधित बजट अनुमान 2023-24 और बजट अनुमान 2024-25 पर चर्चा के लिए बुलाई गई निगम सदन की बैठक दो दिन से हंगामे की भेंट चढ़ गई। जहां सोमवार को चंड़ीगढ़ महापौर चुनाव में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को लेकर आप और भाजपा पार्षदों में नोंक-झोंक हुई थी तो वहीं मंगलवार को बैठक भाजपा पार्षदों ने आप पार्षदों की ओर से बजट में संशोधन (कट मोशन) के प्रस्तावों को लेकर भाजपा ने विरोध किया। चर्चा की बैठक दो बजे से होनी है जिसमें हंगामे के पूरे आसार हैं। दरअसल, मंगलवार को भाजपा पार्षद योगेश वर्मा ने कटमोशन प्रस्तावों का विरोध किया था। इसमें महापौर का विवेकाधिकार फंड 9 करोड़ से बढ़ाकर 1500 करने का प्रस्ताव है। भाजपा पार्षद योगेश वर्मा का कहना था कि चाहे ग्रुप बी के कर्मचारियों के वेतन का मामला हो या वार्ड कमेटियों से लेकर स्थायी समिति, शिक्षा समिति के फंड को महापौर के विवेकाधिकार फंड में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव आप पार्षदों ने दिया है। वर्मा ने कहा कि यह प्रस्ताव जन विरोधी के साथ ही कर्मचारी विरोधी है। इन प्रस्तावों का भाजपा विरोध करती हैं। साथ ही इन प्रस्तावों को पास नहीं होने दिया जाएगा। वर्मा ने कहा कि कुल 1500 करोड़ फंड ऐसे मदों से स्थानांरित आप सरकार करना चाहती है जो वैधानिक रूप से ऊचित नहीं है। उल्लेखनीय है कि निगम सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से करीब 49 कटमोशन लगे हुए हैं। क्या होता है कटमोशनः निगम का बजट अलग-अलग मदों में विभाजित होता है।