अगर आप भी इनकम टैक्‍स स्‍लैब के दायरे में आते हैं तो यह खबर आपके काम की है. ओल्‍ड टैक्‍स र‍िजीम के तहत आप इनकम टैक्‍स के अलग-अलग सेक्‍शन में न‍िवेश द‍िखाकर टैक्‍सेबल इनकम कम कर सकते हैं. सेक्‍शन 80सी के तहत डेढ़ लाख तक का न‍िवेश क‍िया जा सकता है. व‍ित्‍तीय वर्ष पूरा होने में दो महीने का समय बाकी है. इस समय अगर आपने टैक्‍स प्‍लान‍िंग को ध्‍यान में रखकर न‍िवेश नहीं क‍िया तो आपको ज्‍यादा आयकर का भुगतान करना पड़ सकता है.

अधिकांश एम्‍पलायर ने अपने कर्मचार‍ियों से निवेश प्रमाण-जमा करने के लिए कह द‍िया है. ऐसे में आप भी न‍िवेश व‍िकल्‍पों को ध्‍यान में रखकर पीपीएफ (PPF), एनपीएस (NPS), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), ईएलएसएस (ELSS), पीएफ या इंश्‍योरेंस प्रीम‍ियम के जर‍िये टैक्‍स बचा सकते हैं. क‍िसी भी प्रकार के जोख‍िम से बचने के ल‍िए निवेशक टैक्‍स सेव‍िंग एफडी में भी न‍िवेश कर सकते हैं. इस पर म‍िलने वाली ब्‍याज दर बाकी एफडी से कम होती है. आइए जानते हैं बैंक और उनकी ब्‍याज दर के बारे में-

इन बैंकों में 7 परसेंट तक की ब्याज दर

एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक टैक्‍स सेव‍िंग एफडी पर 7 परसेंट तक की ब्याज दर दे रहे हैं. प्राइवेट बैंकों में ये बैंक सबसे अच्छी ब्याज दर देते हैं. यहां अगर आप 1.5 लाख रुपये का न‍िवेश करते हैं तो यह पांच साल में बढ़कर 2.12 लाख रुपये हो जाएगी. केनरा बैंक टैक्‍स सेव‍िंग एफडी पर 6.7 परसेंट तक का ब्याज दे रहा है. पब्‍ल‍िक सेक्‍टर के बैंकों में यह बैंक सबसे अच्‍छा ब्‍याज दे रहा है. यहां अगर आप 1.5 लाख रुपये का न‍िवेश करते हैं तो पांच साल में यह बढ़कर 2.09 लाख रुपये हो जाएगा.

एसबीआई दे रहा 6.5 प्रत‍िशत का ब्‍याज

पब्‍ल‍िक सेक्‍टर के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) और बैंक ऑफ बड़ौदा टैक्‍स सेव‍िंग एफडी पर 6.5 परसेंट तक का ब्याज दे रहे हैं. इसी दर पर ब्‍याज देने वाले बैंकों में पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया भी शाम‍िल हैं. यहां 1.5 लाख रुपये का न‍िवेश करने पर आपको पांच साल में मैच्‍योर‍िटी पर 2.07 लाख की रकम म‍िलेगी. इंडियन बैंक टैक्‍स सेव‍िंग एफडी पर 6.25 प्रतिशत का ब्‍याज दे रहा है. यहां 1.5 लाख का न‍िवेश पांच साल में बढ़कर 2.05 लाख रुपये हो जाएगा.

बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से टैक्‍स सेव‍िंग एफडी पर 6 परसेंट की दर से ब्याज द‍िया जा रहा है. यहां पर अगर आप डेढ़ लाख का न‍िवेश करते हैं तो पांच साल में यह पैसा बढ़कर 2.02 लाख रुपये हो जाएगा. आरबीआई की सहायक कंपनी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) 5 लाख तक की एफडी पर निवेश की गारंटी देती है.