भीषण गर्मी व लू की मार झेल रहे उत्तर-पश्चिम भारत को आगामी 16 जून के बाद राहत मिल सकती है। मौसम विशेषज्ञों का दावा है कि अगले सप्ताह से प्री-मानसून गतिविधियां शुरू होंगी। इसका असर पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में देखने को मिलेगा। इस कड़ी में लू की मार झेल रहे हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश से राहत मिलने की संभावना है।स्काईमेट वेदर के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने कहा कि उत्तर पश्चिमी भारत में इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप देखा जा रहा है। हालांकि, राहत की बात यह है कि आगामी 16 जून से मौसम करवट लेगा। पहाड़ों से ट्रफ मैदानी इलाकों ओर हो जाएगी वहीं, हवा की दिशा बदलकर पूर्वी हो जाएगी। हवा में नमी का स्तर अधिक होने की वजह से प्री-मानसून गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे हल्की बारिश से पारा नीचे आएगा व सूखी गर्मी से राहत मिलेगी। पलावत ने कहा कि इन दिनों हरियाणा और पंजाब के ऊपर चक्रवाती स्थिति बन रही है। इसके परिणाम स्वरूप शनिवार को भी दिल्ली-एनसीआर के कुछ भागों में हल्की बारिश दस्तक दे सकती है, जिससे गर्मी से कुछ हद तक राहत मिलेगी।