भोपाल । करीब 10 महीनों की देरी से मप्र रेडक्रॉस सोसाइटी की राज्य शाखा के पदाधिकारियों के चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमेन, वाइस चेयरमेन, ट्रेजरार के निर्वाचन की सूचना जारी की गई है। भोपाल कलेक्टर के कार्यालय में 7 और 8 मार्च को इन पदों के लिए नामांकन फॉर्म जमा किए जा सकेंगे। 10 मार्च को नाम वापसी की तारीख तय की गई है लेकिन इस चुनाव में खास बात यह है कि अब तक निर्वाचन की तारीख घोषित नहीं की गई है। इससे रेडक्रॉस सोसाइटी का चुनाव लडऩे के इच्छुक उम्मीदवारों को गड़बड़ी की आशंका नजर आ रही है।
17 मई को खत्म हो गया था चेयरमेन का कार्यकाल
बीते साल 17 मई को मप्र रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमेन आशुतोष पुरोहित का कार्यकाल खत्म हो गया था। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर के चलते चुनाव तीन महीने के लिए टाल दिए गए थे। जब चुनाव नहीं हुए तो वर्तमान ट्रेजरार मनोज अग्रवाल और एलएन शर्मा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने इस मामले में मार्च-अप्रैल तक चुनाव कराने के आदेश दिए थे। अब चुनाव की कवायद शुरू हुई है। लेकिन जिलों में होने वाले राज्य प्रतिनिधियों के चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं। रेडक्रॉस सोसाइटी की वरिष्ठ सदस्य उपमा राय का कहना है कि भोपाल जिले की जिला प्रबंध समिति का गठन नहीं हुआ। इसी प्रबंध समिति से राज्य प्रतिनिधि का नाम भेजा जाता है। साधारण सभा की बैठक बुलाए बिना राज्य प्रतिनिधियों का नाम भेजा जा रहा है।
49 जिलों के प्रतिनिधियों के नाम की सूची जारी
इधर मप्र रेडक्रॉस सोसाइटी के राज्य कार्यालय में 49 जिलों के प्रतिनिधियों की सूची चस्पा की गई है। सूची में ज्यादातर भाजपा के नेतागणों के नाम हैं। खरगोन जिले के जिला प्रतिनिधि का नाम नहीं आया है। बताया जाता है कि यहां की प्रबंध समिति का शपथ ग्रहण होने के बाद चुनाव निरस्त किए गए हैं।