भारतीय सेना में भर्ती होने के सपनों के साकार नहीं हो पाने के बाद तमिलनाडु के थुडालियुर के रहने वाले 21 वर्षीय सैनिकेश रविचंद्रन रूसी बलों के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेन की सेना में शामिल हो गए। तमिलनाडु पुलिस कहा कि भारतीय सेना ने कथित तौर पर लंबाई के कारण सैनिकेश के आवेदन को दो बार खारिज कर दिया था। उसके बाद उसने अमेरिकी सशस्त्र बलों में भर्ती होने के लिए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास से भी संपर्क किया था। पुलिस ने कहा कि केंद्रीय खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों ने कुछ दिन पहले सैनिकेश के घर का दौरा किया और उनके माता-पिता से जानकारी ली।

उनके माता-पिता ने बताया कि सैनिकेश 2018 से खारकीव में राष्ट्रीय एरोस्पेस विश्वविद्यालय में एरोस्पेस इंजीनियरिंग कोर्स कर रहा था और जॉर्जियन नेशनल लीजन में शामिल हो गया था, जिसमें अर्धसैनिक इकाई के स्वयंसेवक शामिल थे और रूस के खिलाफ लड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि वहां युद्ध शुरू होने से कुछ दिनों पहले ही सैनिकेश को एक वीडियो गेम विकसित करने वाली कंपनी में भी नौकरी मिली थी। पुलिस ने कहा कि परेशान माता-पिता ने केंद्र सरकार से सैनिकेश का पता लगाने और उसे भारत वापस लाने की अपील की है, क्योंकि वह घर लौटने को तैयार नहीं था।