नोएडा। अड़चनें खत्म होने के बाद अब जल्द ही देश के पहले चार मंजिला मेट्रो स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे। यह मेट्रो स्टेशन ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनेगा। यूपी असेम्बली चुनाव के बाद आचार संहिता हटने पर केन्द्र सरकार ने इस योजना की फाइल तलब की है। जल्द ही लखनऊ से फाइल दिल्ली  भेज दी जाएगी। चार मंजिला मेट्रो स्टेशन वाले इस नए रूट को नोएडा की एक्वा लाइन मेट्रो और दिल्ली की ब्ल्यू लाइन मेट्रो से भी जोड़ा जाएगा। गौरतलब है कभी चुनावों के चलते तो कभी कोरोना-लॉकडाउन के चलते ग्रेनो वेस्ट की इस लाइन का काम अटकता ही रहा है।
  गौरतलब रहे नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के मेट्रो का रूट 15 किमी का है, शुरुआत सिर्फ 5 मेट्रो स्टेशन से होगी। सभी 5 स्टेशन सेक्टर-122, सेक्टर-123, ग्रेटर नोएडा सेक्टर-4, ग्रेटर नोएडा सेक्टर-2 और ईकोटेक-12 ग्रेटर नोएडा वेस्ट को आपस में जोड़ेंगे। हालांकि इस पूरे रूट पर 9 स्टेशन तैयार होने हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो लाइन के शुरू होते ही वेस्ट के सेक्टर ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन और दिल्ली मेट्रो की ब्‍लू लाइन से भी जुड़ जाएंगे। यह पहला मौका होगा जब ग्रेटर नोएडा में मेट्रो ट्रेन के 4 मंजिला स्टेशन बनेंगे। पहले फेज के सभी 5 स्टेशन 4 मंजिला होंगे। जानकारों की मानें तो इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत करीब 11 सौ करोड़ रुपये आएगी। नोएडा सेक्टर-51 से लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट नॉलेज पार्क 5 तक शुरू होने वाली मेट्रो रेल का पूरा रूट एलिवेटेड होगा। अकेले सिविल वर्क पर ही करीब 492 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। वैसे इस प्रोजेक्ट को 2019 में ही मंजूरी मिल चुकी थी। इसे साल 2022 में बनकर शुरू भी हो जाना था, लेकिन कोरोना और लॉकडाउन के चलते यह प्रोजेक्ट लेट होता गया। अब इस प्रोजेक्ट का काम दिसम्बर में शुरू हो जाएगा।
  नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की मैनेजिंग डॉयरेक्टर रितु महेश्वरी का कहना है कि काम शुरू होते ही 2 साल में मेट्रो ट्रेन चलना शुरू हो जाएंगी। मेट्रो के प्रोजेक्ट पर काम करने की इच्छा रखने वाली तीन कंपनियों ने आवेदन किया था। जीआर इंफ्रा कंपनी को 593 करोड़ रुपये की बोली पर यह ठेका दे दिया गया है। मेट्रो ट्रेन शुरू होने से ग्रेनो वेस्ट भी दिल्ली-एनसीआर से जुड़ जाएगा। अभी तक इस रूट पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है।