दिल्ली के लोधी कॉलोनी में मानव बलि के नाम पर छह वर्षीय मासूम धर्मेंद्र की गला काटकर हत्या करने के मामले में सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। आरोपियों ने मासूम का गला काटकर उसका खून अपने हाथ में लिया और झुग्गी में लगे भगवान शिव के कलेंडर पर खून का छिड़काव किया था। पुलिस ने झुग्गी से इस कलेंडर को बरामद कर लिया है। दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार बरामद कलेंडर के ऊपर से पुलिस को खून के धब्बे मिले हैं। पुलिस को अभी तक की जांच में आरोपियों का कोई पुराना अपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।

लोधी कॉम्पलेक्स में सीबीआई हैडक्वाटर के सामने सीआरपीएफ की निर्माणाधीन हैडक्वाटर साइट पर काम करने वाले दो युवकों विजय कुमार व अमर कुमार ने मानव बलि के नाम पर छह वर्षीय मासूम धर्मेद्र की रविवार रात को गला काटकर हत्या कर दी थी।

आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया है कि दोनों ने गांजे का नशा किया था। वह निजामुद्दीन इलाके से गांजा लाते थे। नशा करने के बाद विजय को नशे में सपने आने लग गए। आरोपी का कहना है कि नशे में भगवान शिव आए और उन्होंने उससे कहा कि उसे बलि चाहिए। बलि दे दो।

उसी समय पीड़ित मासूम आरोपियों की झुग्गी के सामने से जा रहा था। धर्मेंद्र उस समय भजन-कीर्तन वाले स्थल से अपने झुग्गी में सोने जा रहा था। उसी समय आरोपी उसे अपने झुग्गी में ले गए। आरोपियों ने रसोई में इस्तेमाल होने वाले चाकू से मासूम का गला काट दिया। इसके बाद अपने हाथ में पीड़ित का खून लेकर भगवान शिव के कलेंडर पर खून का छिड़काव किया। उसी समय धर्मेंद्र का खून ज्यादा बह गया तो आरोपी डर गए और वह झुग्गी से भागकर मलबे के पीछे जाकर छिप गए।

मौके पर सबसे पहले लोधी कॉलोनी में थाने में तैनात एसआई अंकित पंवार पहुंचे। एसआई अंकित पंवार की टीम ने अन्य पुलिसकर्मियों की मदद से आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों का कहना है कि सपने के समय धर्मेन्द्र उनके सामने आ गया था, इस कारण उसी की बलि दे दी थी। आरोपियों को रविवार शाम को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों ही आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।