हिमाचल प्रदेश में अब कक्षा 9 से सभी छात्रों को 'श्रीमद भगवद गीता' भी पढ़ाई जाएगी। इस बात की जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने रविवार को दी इससे पहले गुजरात के स्कूल सिलेबस में भगवद गीता को शामिल किया गया था। 'मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि कक्षा 9 से सभी छात्रों को भगवद गीता पढ़ाई जाएगी।' शिक्षा मंत्री मंडी के दरंग क्षेत्र स्थित पधर गांव में लोक निर्माण विभाग के संभागीय कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के सभी लोगों को शुभकामनाएं दी।

17 मार्च को गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने कहा था कि कक्षा 6 से लेकर 12वीं तक के छात्रों के लिए भगवद गीता को स्कूल सिलेबस के हिस्से के रूप में शामिल किया जाएगा। इसके बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी स्कूली पाठ्यक्रम में भगवद गीता को शामिल करने की इच्छा जताई थी। मंत्री ने कहा कि भगवद् गीता में मौजूद नैतिक मूल्यों एवं सिद्धांतों को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय केंद्र की नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की तर्ज पर लिया गया है। सभी धर्मों के लोगों ने इस प्राचीन हिंदू ग्रंथ में रेखांकित किये गये नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा, 'इसलिए, हमने छठी से 12वीं कक्षाओं तक के पाठ्यक्रमों में भगवद् गीता को शामिल करने का निर्णय लिया।' उन्होंने कहा कि ग्रंथ के आधार पर स्कूल प्रार्थना, श्लोक का पाठ, गद्यांश, नाटक, क्विज, पेंटिंग जैसी गतिविधियां भी आयोजित करेंगे। पुस्तक एवं ऑडियो-वीडियो सीडी जैसी अध्ययन सामग्री सरकार द्वारा विद्यालयों को उपलब्ध कराई जाएगी।