भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संबल योजना संवेदनशीलता के साथ सहायता के लिए संचालित है। मानवीयता पर आधारित यह योजना निरंतर जारी रहेगी। योजना में आवेदन प्रक्रिया और हितलाभ वितरण को सरल बनाने के लिए विभाग आवश्यक व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करें। योजना में पात्र हितग्राहियों का पंजीयन जाँच के बाद सुनिश्चित किया जाए। हितलाभ वितरण से पहले यदि जाँच की आवश्यकता हो, तो जाँच में पाँच दिन से अधिक समय नहीं लगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय में आयोजित मुख्यमंत्री जन-कल्याण संबल योजना की समीक्षा कर रहे थे। श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव वित्त श्री मनोज गोविल, प्रमुख सचिव श्रम श्री सचिन सिन्हा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी, प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री राघवेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संबल योजना गरीब कल्याण के लिए संचालित है। असंगठित श्रमिकों को आपदा में सहायता देने के लिए शुरू की गई इस योजना के पोर्टल का निरंतर संचालन सुनिश्चित किया जाए, ताकि पात्र व्यक्ति सरलता से अपना पंजीयन करा सके। श्रमिक, तेंदूपत्ता संग्राहक, विमुक्त, घुमक्कड़ और अर्द्ध घुमक्कड़ जनजाति के सभी पात्र व्यक्तियों का पंजीयन हो। कोई भी पात्र व्यक्ति योजना में जुड़ने से वंचित नहीं रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के सम्मुख संबल योजना की क्रियान्वयन प्रक्रिया, उसमें आ रही कठिनाइयों और प्रस्तावित सुधारों का प्रस्तुतिकरण किया गया।

बैठक में जानकारी दी गई कि योजना एक अप्रैल 2018 से शुरू की गई थी। योजना के शुरूआती माह में एक अप्रैल से 15 मई तक प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर असंगठित श्रमिकों का पंजीयन किया गया। कुल 2 करोड़ 17 लाख असंगठित श्रमिक पंजीकृत हैं। जुलाई 2019 में पंजीकृत श्रमिकों के सत्यापन के लिए डोर-टू-डोर अभियान भी संचालित किया गया था।