• ओबीसी अभ्यर्थियों का तर्क, नियुक्ति प्रक्रिया में आरक्षण प्रक्रिया को लेकर किया जा रहा भेदभाव


भोपाल । बीते तीन साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे चयनित शिक्षकों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अभी हाल में होली के दो दिन पहले स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रतीक्षारत सूची में शामिल 1776 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए, लेकिन इसमें 05 विषयों के 13 ओबीसी अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित रह गए। अब सोमवार को ओबीसी चयनित शिक्षक संघ भोपाल में विशाल धरना-प्रदर्शन करते हुए शीघ्र नियुक्ति की मांग करेंगे और शासन का ध्यान आकर्षित करेंगे।ओबीसी चयनित शिक्षक संघ का कहना है कि विगत 16 मार्च को स्कूल शिक्षा विभाग ने जो आदेश जारी किया, उसमें किसी भी विषय में ओबीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं जारी की गई। अत: पांच विषय में 600 अभ्यर्थी होल्ड से प्रभावित हैं और 11 विषयों में 1400 अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित हैं। इस तरह कुल दो हजार अभ्यर्थियों की नियुक्ति पत्र रूका हुआ है। इस वजह से ज्यादातर अभ्यर्थी आर्थिक तंगी और मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहे हैं।

ओबीसी चयनित शिक्षकों का तर्क
ओबीसी चयनित शिक्षक संघ का कहना है कि मप्र शिक्षक भर्ती-2018 के तहत वर्ग-1 स्कूल शिक्षा विभाग में 17 हजार पद और जनजातीय कार्य विभाग में दो हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था। जिसमें प्रथम चरण में 15 हजार पदों के लिए ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी की गई। इसी आधार पर मेरिट सूची में नाम आने से दस्तावेजों का सत्यापन कार्य भी पूरा कर लिया गया। अक्टूबर 2021 को सभी विषयों के कुल 8292 अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र जारी हुआ, जिसमें 11 विषयों में ओबीसी को 27 फीसद आरक्षण दिया गया, लेकिन पांच विषय में ओबीसी को 14 फीसदी आरक्षण दिया गया। जाहिर है कि ऐसे में पांच विषयों के ओबीसी के लिए 13 फीसद पद होल्ड पर हैं और नियुक्ति से वंचित हैं।