नई दिल्ली | राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने पश्चिम बंगाल पुलिस को राज्य के बीरभूम इलाके में हुई हिंसा के संबंध में तीन दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। आयोग ने पश्चिम बंगाल पुलिस से हिंसा प्रभावित क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को भी कहा है।

आयोग ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम के पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी को पत्र लिखा है। पत्र की एक प्रति आईएएनएस के पास है। पत्र के अनुसार, एनसीपीसीआर को एक शिकायत मिली, जिसके बाद उन्होंने सीपीसीआर अधिनियम की धारा 13(1) के तहत मामले का संज्ञान लिया।

एनसीपीसीआर के पत्र में कहा गया है कि "आयोग को शिकायत प्राप्त हुई है, जिसमें आयोग के ध्यान में लाया गया है कि इस दौरान पश्चिम बंगाल में सत्ता के शीर्ष पर राजनीतिक दल के इशारे पर शुरू हुआ सामाजिक राजनीतिक हिंसा, महिलाओं और बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में टीएमसी चरमपंथियों ने कई घरों में आग लगा दी और परिणामस्वरूप लगभग 10 महिलाएं और बच्चे जिंदा जल गए।"

आयोग ने पुलिस से उक्त मामले में जांच करने और इन बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने आगे कहा कि मामले पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट 3 दिनों के भीतर आयोग के साथ साझा की जानी चाहिए।