नई दिल्ली । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भारत बायोटेक के नाक के जरिए दिए जाने वाले कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक का परीक्षण शुक्रवार से शुरू करेगा।
एम्स, नई दिल्ली में सामुदायिक चिकित्सा केंद्र के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने बताया कि बूस्टर खुराक उन लोगों को दी जाएगी, जिन्होंने कम से कम पांच महीने पहले कोवैक्सीन या कोविशील्ड की दोनों खुराक ले ली थी। लेकिन टीका लेने की अवधि सात महीने से पहले की नहीं होनी चाहिए। भारत द्वारा हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक द्वारा कोविड-19 के खिलाफ विकसित 'इंट्रानैसल वैक्सीन' बीबीवी154 के इस्तेमाल को मंजूरी दिया जाना अभी बाकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कोरोना की स्थिति को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी। प्रधानमंत्री ने राज्यों द्वारा कोरोना के रोकथाम के लिए किए गए प्रयास की सराहना की।इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि टीकाकरण अभियान की दिशा में देश के लगातार प्रयास और सहयोग से कोरोना के तीसरे वेरिएंट ओमिक्रोन को बढ़ने से रोकने में सफलता हासिल की। पीएमओ ने कहा कि समीक्षा बैठक में यह सामने आया कि केंद्र सरकार के नेतृत्व में सक्रिय और सहयोगात्मक प्रयासों ने संक्रमण के प्रसार के प्रभाव को रोकने में मदद की। इसके अलावा कार्यालय से यह भी कहा गया कि बैठक में देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति का भी जायजा लिया गया और वैश्विक स्तर पर तथा देश में महामारी की स्थिति पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद थे।