कोरोना से ऊबर रही इकोनॉमी  के सामने बढ़ती महंगाई  प्रमुख चिंता थी | यूक्रेन पर रूस के आक्रमण  के कारण एनर्जी की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ गई | भारत जैसा देश जो जरूरत का 85 फीसदी तेल  आयात करता है उसके लिए यह नई और बड़ी चुनौती है | कहा जाता है कि तेल से भारत में खुदरा महंगाई बढ़ जाती है | इकोनॉमी के सामने नई चुनौती पैदा होने से भारत के ग्रोथ को गहरा धक्का लगा है | इस बीच अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत की वृद्धि दर  के अनुमान को घटाकर 7 |9 फीसदी कर दिया है | कच्चे तेल की कीमतों पर रूस-यूक्रेन संघर्ष के असर को देखते हुए यह बदलाव किया गया है |

मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने भारत में महंगाई के अनुमान को भी बढ़ाकर छह फीसदी कर दिया है जो कि भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे का ऊपरी स्तर है | इसके अलावा मौजूदा घटनाक्रम की वजह से महंगाई जन्य मंदी  की आशंका भी जताई है |