भोपाल । हरदा की पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद शहर में पटाखा दुकानों और गैस एजेंसियों को लेकर जिला कलेक्टर द्वारा सख्ती बरती जा रही है। पिछले दिनों कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए थे कि पटाखा दुकानों और गैस एजेंसियों की जांच कर रिपोर्ट तैयार करें। इसी के आधार पर सभी एसडीएम को सील की गई पटाखा दुकानों के लाइसेंस अब निरस्त करने और रहवासी क्षेत्र से इन्हें बाहर शिफ्ट करने की कार्रवाई करनी होगी। इसके साथ ही आबादी वाले क्षेत्र में चल रही गैस एजेंसियों के गोदाम भी बाहर करने के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर के निर्देश पर संत हिरदाराम नगर के तत्कालीन एसडीएम आदित्य जैन ने एक सप्ताह पूर्व जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें बताया गया था कि हलालपुर लालघाटी स्थित पटाखा बाजार में आतिशबाजी की 15 दुकानें हैं। इसके साथ ही बाजार के बाहर भी आसपास पटाखा दुकानें संचालित हो रही हैं। इनके पास ही व्यावसायिक प्रतिष्ठान, कालोनियां, पेट्रोल पंप, मैरिज गार्डन आदि स्थित हैं। ऐसे में इनको बाहर करना ही उचित रहेगा। इसी तरह हुजूर एसडीएम आशुतोष शर्मा और बैरसिया के तत्कालीन एसडीएम विनोद सोनकिया ने भी अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। वहीं, एमपी नगर एसडीएम एलके खरे ने खजूरी कलां की गैस एजेंसी गोदाम को बाहर करने का प्रस्ताव कलेक्टर को सौंपा था।
कलेक्टर ने विस्फोटक निर्माताओं, भंडारणकर्ताओं एवं विक्रेताओं की जांच रिपोर्ट के आधार पर सोमवार को सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि अभियान के तहत सील की गई दुकानों के लाइसेंस रद किए जाएं। भंडारण किए हुए विस्फोटक को शिफ्ट किया जाए या नष्ट करने की कार्रवाई की जाए। कोई भी भंडारण आबादी वाले स्थानों पर न हो, इसके साथ ही खाद्य आपूर्ति विभाग को निर्देश दिए कि जिले में गैस एजेंसी भंडारण केंद्रों को आबादी क्षेत्रों से बाहर शिफ्ट किया जाए। सभी गैस एजेंसियों को जारी एनओसी की समीक्षा की जाए।