नई दिल्ली । नई दिल्ली के प्रगति मैदान में सोमवार को सम्पन्न हुए चौदह दिवसीय 42 वें भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में राजस्थान पवेलियन जन आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहा और लाखों लोगों ने मण्डप का अवलोकन किया। राजस्थान  मण्डप के निदेशक श्री दिनेश शेठी ने बताया कि राजस्थान हस्तशिल्प के प्रति आकर्षण के चलते पवेलियन में करीब 75 लाख रु. का कारोबार हुआ। इसमें सबसे अधिक बिक्री जयपुरी रजाईयां और राजस्थानी हेंडीक्राफ्ट की हुई। इसके अलावा पवेलियन में स्थापित किए गये राजस्थान बिजनेस और पर्यटन के सेंटरों पर देश-विदेश से आये हुए प्रतिनिधि मंडलों ने पूछताछ की और राजस्थान की विकास और पर्यटन से संबंधित परियोजनाओं के सम्बन्ध में जानकारियां प्राप्त की। मेले के दौरान राजस्थान सरकार के कई गणमान्य लोगों ने राजस्थान पवेलियन का अवलोकन किया और ‘‘ वसुधैव कुटुंबकम, व्यापार से एकात्मकता’’ की थीम के अनुरूप प्रदर्शित पवेलियन की सराहना की। 14 दिन तक चले व्यापार मेले में विभिन्न देशों के राजदूतों ने भी राजस्थान पवेलियन का भ्रमण कर राजस्थानी कला संस्कृति और हैंडीक्राफ्ट से ओतप्रोत पवेलियन की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा राजस्थानी आर्टिजंस के साथ रूबरू होकर अपने अनुभव बांटे।