बेंगलुरु । यद्धग्रस्त देश यूक्रेन में भारतीय छात्र अभी भी फंसे हैं वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को कहा कि अधिकारियों ने भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर का शव बरामद किया है, जो यूक्रेन में रूसी गोलाबारी में मारे गए थे। उन्होंने कहा कि मैंने इस संबंध में विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की है। उन्होंने सूचित किया है कि शव को शवगृह में रख दिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि जैसे ही गोलाबारी बंद हो जाती है, इसे भारत वापस लाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, दूतावास के अधिकारियों ने हमें यह भी बताया है कि वे शवगृह अधिकारियों के संपर्क में हैं जहां शव रखा गया है। 1 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन रूसी गोलाबारी में नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की मौत हो गई थी। वह सुबह-सुबह अपने बंकर से भोजन की तलाश में निकला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवीन के पिता को फोन कर सांत्वना दी थी। नवीन के पिता शेखरप्पा ने प्रधान मंत्री से यूक्रेन में फंसे अन्य छात्रों के सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था करने का अनुरोध किया था।
नवीन की मौत ने भारत में चिकित्सा शिक्षा की लागत पर भी सवाल खड़े किए हैं और कर्नाटक में विपक्षी दल इस संबंध में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने नवीन के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया है।
युद्ध छिड़ने के बाद से कर्नाटक के 500 से अधिक छात्र यूक्रेन से स्वदेश लौट चुके हैं। कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के नोडल अधिकारी और आयुक्त मनोज राजन ने कहा है कि राज्य के 142 छात्र अभी भी युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे हुए हैं। छात्रों का सबसे बड़ा जत्था गुरुवार को लौटा है।