संचालक, महिला बाल विकास, कलेक्टर, डीपीओ व सीएमएचओ एक महीने में दें जवाब

छिंदवाड़ा   देहात थाना क्षेत्र के सालीवाड़ा टोला निवासी एक साथ 7 बच्चों को गंभीर हालत में बीते शुक्रवार की सुबह जिला अस्पताल, छिंदवाड़ा लाकर भर्ती कराया गया। परिजनों ने बताया कि क्षेत्र की आंगनवाड़ी से बच्चों को आयरन की गोलियां दी गई थीं। आयरन की गोलियां खाने से ही एक साथ सातों बच्चों को पेट में दर्द सहित अन्य तरह की समस्याएं होने लगी। जिसके बाद तत्काल ही सभी बच्चों को ग्रामीणों की मदद से जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। हालांकि बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। देहात थाना क्षेत्र के सालीवाड़ा टोला निवासी श्री अनिल गोस्वामी ने बताया कि गांव में रहने वाले सारे बच्चों को आंगनबाड़ी की ओर से आयरन की गोलियां दी गई थी। बच्चों ने गोलियां खा लीं। एक्सपायरी डेट की ये गोलियां खाने के बाद सभी बच्चों को पेट में दर्द व अन्य कई  तरह की समस्याएं होने लगीं। बीते गुरूवार की दोपहर में गोलियां खाने के बाद लगातार हालत बिगड़ने पर अगले दिन परिजनों ने सभी बच्चों को जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया। जहां कुछ बच्चों की तबीयत अधिक खराब है, तो अधिकांश बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग भोपाल, कलेक्टर, जिला परियोजना अधिकारी, महिला बाल विकास तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, छिंदवाड़ा से एक महीने में जवाब मांगा है।