नई दिल्ली । यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने से वजीराबाद जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) से जुड़े दिल्ली के कई क्षेत्र में जल आपूर्ति प्रभावित हो रही है। दिसंबर मध्य से ही वजीराबाद जलाशय में अमोनिया का स्तर बढ़ने की समस्या हो रही है। कुछ दिनों तक स्थिति ठीक रहने के बाद फिर से समस्या शुरू हो गई है। इस कारण वजीराबाद डब्ल्यूटीपी से उसकी क्षमता की तुलना में मात्र 50 प्रतिशत पानी मिल रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पिछले तीन दिनों से वजीराबाद में यमुना में अमोनिया का स्तर 1.7 पीपीएम (पार्ट्स प्रति मिलियन) से 3 पीपीएम तक पहुंच रहा है। छह फरवरी की रात यह इससे भी ऊपर पहुंच गया। अमोनिया का स्तर 1 पीपीएम से अधिक पहुंचने के बाद परेशानी शुरू हो जाती है। अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा से आने वाले डीडी-6 व डीडी-8 नाले की दीवारें क्षतिग्रस्त होने से गंदा पानी यमुना में गिर रहा है जिससे वजीराबाद में अमोनिया का स्तर बढ़ रहा है। प्लांट में पानी उत्पादन क्षमता आधा होने से मंगलवार से कई इलाकों में पानी की किल्लत है। आने वाले दिनों में यह समस्या और बढ़ भी सकती है। पिछले तीन दिनों से नई दिल्ली नगर पालिका परिषद, मध्य व उत्तरी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के कई क्षेत्र में है, लेकिन दिल्ली जल बोर्ड द्वारा इसकी कोई सार्वजनिक सूचना नहीं दी है। इससे पहले भी अमोनिया का स्तर बढ़ने से होने वाली परेशानी को लेकर जल बोर्ड द्वारा लोगों को सूचित नहीं किया गया। जल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार वजीराबाद डब्ल्यूटीपी की क्षमता करीब 136 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रति दिन) की है।