शेयर बाजार के लिए यह सप्ताह काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस सप्ताह होली के कारण शुक्रवार को बाजार बंद रहेगा। ऐसे में केवल चार दिन कारोबार होगा। मंगलवार यानी 15 मार्च को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अहम बैठक होगी जिसमें इंट्रेस्ट को लेकर फैसला लिया जा सकता है। 16 मार्च को FOMC के बैठक के नतीजों की घोषणा की जाएगी। माना जा रहा है कि फेडरल रिजर्व इंट्रेस्ट में बढ़ोतरी कर सकता है। शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष, ब्याज दर पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक के निर्णय और घरेलू मोर्चे पर महंगाई के आंकड़ों से इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। महंगाई के आंकड़े 14 मार्च को आएंगे। जानकारों का मानना है कि बाजार में अभी उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना रहेगा।

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘एफओएमसी की बैठक, रूस-यूक्रेन संघर्ष इस सप्ताह बाजार के लिए महत्वपूर्ण वैश्विक कारक रहेंगे। अभी रूस-यूक्रेन तनाव को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। फेडरल ओपन मार्केट कमिटी की बैठक के नतीजे 16 मार्च को आएंगे।’’ मीणा ने कहा कि इन सबके बीच कच्चे तेल की कीमतें और विदेशी निवेशकों का रुख भी भारतीय बाजारों की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेगा। होली के मौके पर शुक्रवार यानी 18 मार्च को बाजार बंद रहेंगे। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘यह कम कारोबारी सत्रों वाला सप्ताह रहेगा। सोमवार को बाजार भागीदार औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देंगे। इसी तरह उपभोक्ता मूल्य सूचकांक और थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई के आंकड़े भी आने हैं। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक के नतीजे 16 मार्च को आएंगे। इनपर सभी की निगाह रहेगी।’’बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,216।49 अंक या 2।23 फीसदी चढ़ा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 385।10 अंक या 2।37 फीसदी के लाभ में रहा।

रुपये का उतार-चढ़ाव, कच्चे तेल के दाम और विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख भी बाजार की दिशा को प्रभावित करेगा। सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा, ‘‘रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी केंद्रीय बैंक की बैठक इस सप्ताह बाजार के लिए महत्वपूर्ण घटनाक्रम हैं। घरेलू मोर्चे पर महंगाई के आंकड़े भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होंगे।’’