भोपाल। राजधानी के केरवा डेम रोड पर आश्रम संचालित करने वालीं एक साध्वी को आश्रम के लिए उत्तराखंड के ऋषिकेश में तीन एकड़ जमीन दिलाने का झासां देते हुए शतिर ने उन्हे 25 लाख की चपत लगा दी। जालसाज ने जमीन का एग्रीमेंट कर रकम को अपने एकांउट मे जमा करा लिए, वही बाद मे खुलासा हुआ कि जिस जमीन को बेचने का एग्रीमेट किया गया है, वो जमीन किसी और की है, और उस जमीन के मालिक को एग्रीमेंट की कोई जानकारी ही नहीं है। जालसाजी की शिकायत मिलने पर रातीबड़ पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आगे की जॉच शुरु कर दी है। जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय शिवांगी सिंह (35) ने लिखित शिकायत करते हुए बताया कि वो केरवा रोड पर आदि शक्ति आश्रम का संचालन करती हैं। ओर आध्यात्मिक प्रवचन भी देती हैं। कुछ माह पहले तक भोपाल की सिटी अस्पताल में प्रबंधक की नौकरी करने वाले विजय लिखी का उनके आश्रम में आना-जाना था। लिखी खुद को को मूलत: उत्तराखंड का रहने वाला बताता था। बातचीत के दोरान शिवांगी सिंह ने उससे कहा कि वो हरिद्वार व ऋषिकेश में आश्रम खोलना चाहती है, जिसके लिए उन्हे जमीन खरीदना है। उनकी बात पर विजय ने उन्हें ऋषिकेश में एक करोड़ रुपए एकड़ के हिसाब से तीन एकड़ जमीन दिखाई ओर बताया कि यह जमीन उसी के अधिपत्य मे है। जमीन पसंद आने पर जमीन का सौदा भी विजय लिखी ने खुद ही करते तीन करोड़ मे सौदा तय कर एग्रीमेट करते हुए शिवांगी सिंह से 25 लाख रुपए ले लिये। बाद मे जब रजिस्ट्री कराने का समय आया तो विजय टाल मटोल करने लगा, ओर उसने फरियादिया से मिलना जुलना बंद कर दिया। संदेह होने पर जब जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि विजय लिखी ने जिस जमीन को दिखाकर उसे बेचने का अनुबंध कर पैसा लिया है। वो उस जमीन के असली मालिक हरेंद्र पाल सिंह है, ओर वो जमीन के असली मालिक हैं। जिन्हे विजय लिखी द्वारा जमीन बेचने की कोई जानकारी नही है। इसके बाद शिवांगी सिंह ने रातीबड़ थाने में शिकायत की। जॉच मे सामने आया कि जमीन बेचने का सौदा, अनुबंध केरवा रोड स्थित आश्रम में ही हुआ था, इसलिए घटना स्थल रातीबढ थाने का होने के कारण चार सौ बीसी का मामला कायम कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।