समयपुर बादली इलाके में मंगलवार शाम एमटीएनएल केबल की मरम्मत के लिए गहरे सीवर में उतरे तीन कर्मचारियों समेत चार लोग जहरीली गैस में दम घुटने से बेसुध हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई। पुलिस ने उनकी जान जाने की आशंका जताई थी। शाम 6:30 बजे एमटीएनएल के तीन कर्मचारी सीवर में उतरे थे। उनके बेसुध होने पर एक रिक्शा चालक उन्हें निकालने के लिए सीवर में उतरा लेकिन वह भी नहीं निकल पाया। देर रात उनके शव बरामद किए गए। सीवर काफी गहरा था इसलिए बचाव कार्य देर रात तक चलता रहा। जेसीबी मशीन की मदद से पहले मैनहोल को चौड़ा कर नीचे उतरने की कोशिश की गई। लेकिन बीच में लिंटर आ जाने से काम रोकना पड़ा। बाद में उन्हें निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया।

जिला पुलिस उपायुक्त बृजेंद्र कुमार यादव ने बताया कि शाम करीब 6.30 बजे संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर से सूचना मिली कि चार लोग सीवर में फंस गए हैं। यहां ईडब्ल्यू-265 में एक मैनहोल में टेलीफोन लाइन की मरम्मत के लिए तीन कर्मचारी उतरे थे। इसके बाद जब वह नीचे फंसे तो एक रिक्शा चालक उनको देखने नीचे चला गया। चारों अंदर ही फंस गए। 

मैनहोल करीब दस फीट गहरा है। दमकल कर्मियों ने ऑक्सीजन मास्क लगाकर नीचे उतरने का प्रयास किया, लेकिन मैनहोल काफी संकरा था। इसकी वजह से उनके खुद के अंदर फंस जाने का खतरा था। काफी प्रयास के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने फैसला किया कि मैनहोल को तोड़कर सभी को निकाला जाए। स्थानीय प्रशासन की मदद से तुरंत एक जेसीबी को मौके पर बुलाया गया। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि सीवर में फंसे लोगों की पहचान बच्चू सिंह, सूरज कुमार साहनी, पिंटू और रिक्शा चालक सतीश के रूप में हुई।