नोएडा। दादरी, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में डॉग बाइट की घटनाएं बढ़ रही हैं। हालांकि आवारा कुत्तों पर लगाम के लिए नोएडा अथॉरिटी अभियान चला रही है। एक बार फिर नोएडा अथॉरिटी ने सड़क, पार्क और सावर्जनिक जगहों पर डॉगी को लाने के नियम कड़े कर दिए हैं। यहां तक की डॉगी के शू-शू और पॉटी करने तक पर जुर्माने की रकम का ऐलान किया जा रहा है। कुत्तों के चलते अब तक मेड भी सोसाइटी में आने से मना करने लगी हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही ग्रेटर नोएडा में एक पिटबुल नस्ल के डॉगी ने बच्चे के चेहरे पर काट कर घायल कर दिया था। बच्चे के चेहरे पर 42 टांके लगे थे।
  नोएडा अथॉरिटी के अफसरों की मानें तो बहुत सारे लोग अपने डॉगी को घुमाने के लिए सड़क, पार्क या सार्वजनिक जगहों पर ले जाते हैं। ऐसी जगहों पर उन्हें शू-शू और पॉटी भी कराते हैं। ऐसे मौकों पर कई बार डॉग बाइट की घटनाएं भी सामने आई हैं। वहीं सार्वजनिक जगहों पर शू-शू, पॉटी कराने के चलते लोगों के बीच आपस में विवाद भी होता है। लोग अथॉरिटी में शिकायतें भी करते हैं। इसी को देखते हुए लोगों को जागरुक कर बताया जा रहा है कि सड़क, पार्क या सार्वजनिक जगहों पर डॉगी के शू-शू और पॉटी करने पर जुर्माना लगेगा। पहली शिकायत पर 100 रुपये, दूसरी पर 200 और तीसरी शिकायत आने पर 500 रुपये वसूले जाएंगे। इतना ही नहीं अगर चौथी बार शिकायत आती है तो डॉगी का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिया जाएगा। गौरतलब रहे नोएडा में बड़ी संख्या में देशी और विदेशी नस्ल के कुत्ते-बिल्ली पाले जाते हैं। नोएडा अथॉरिटी ने कुत्ते-बिल्ली दूसरे पेट्स के लिए अब रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए 2021, नवंबर में अथॉरिटी की सीईओ रितु माहेश्वरी ने नोएडा पेट्स रजिस्ट्रेशन एप लांच किया था। यह एप प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। एप की मदद से कोई भी पेट्स लवर घर बैठे ही पेट्स का रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इसके लिए अथॉरिटी ने 500 रुपये फीस रखी है। यह फीस एक साल के लिए होगी। रजिस्ट्रेशन कराने और फीस देने के बाद अथॉरिटी की यह जिम्मेदारी होगी कि वह हर एक रजिस्डर्ट पेट्स को एंटी रैबीज का टीका लगवाए। नोएडा अथॉरिटी की कोऑर्डिनेटर हुसाना परवीन की मानें तो सोसाइटी और कालोनी में पैट रजिस्ट्रेशन के लिए कैम्प लगाया जाएगा। कैम्प में रजिस्ट्रेशन के लिए आने वाले पैट लवर को एक आईडी प्रूफ, एक एड्रेस प्रूफ, पैट मालिक के दो फोटो और पैट के वैक्सीनेशन का कार्ड लेकर आना होगा। इसके साथ ही फीस के रूप में 500 रुपये भी जमा कराने होंगे। हुसाना का कहना है कि इस कैम्प का मकसद पैट की जानकारी इकट्ठा करना, उनके वैक्सीनेशन की डिटेल जमा करना और किस-किस ब्रीड के पैट नोएडा की सोसाइटी और कालोनियों में पल रहे हैं यह डाटा जमा करना है।