सोमवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व लोक निर्माण विभाग मंत्री मनीष सिसोदिया ने पीडब्ल्यूडी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यों के प्रगति की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने सिरसपुर, ज्वालापुरी, मादीपुर, हस्तसाल (विकासपुरी) में बन रहे अस्पतालों के साथ-साथ 6838 आईसीयू बेड्स की क्षमता के साथ बनाए जा रहे सात नए सेमी-पर्मानेंट अस्पतालों के निर्माण कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के साथ इनका काम जल्द पूरा हो। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार का उद्देश्य अपने सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना है। 

अधिकारियों ने जानकारी दी कि ज्यादातर अस्पतालों का निर्माण कार्य इस साल अंत तक पूरा हो जाएगा। वहीं, कुछ अस्पताल 2023 के मिड तक बनकर तैयार हो जाएंगे। वहीं सिसोदिया ने कहा कि इन 11 अस्पतालों में 3237 बेड्स की क्षमता वाले 4 अस्पताल व 6838 आईसीयू बेड्स की क्षमता वाले सात सेमी-परमानेंट आईसीयू अस्पताल शामिल है। 

दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में रोजाना हजारों लोग उपचार करवाने आते हैं। बेड की संख्या बढ़ने से लाखों मरीजों को फायदा होगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। 

दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में तैयार हुए 12 नए मोहल्ला क्लीनिक जल्द जनता को समर्पित होंगे। इसके अलावा 52 मोहल्ला क्लीनिक का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जल्द से जल्द ही इन क्लीनिकों की शुरुआत की जाए, ताकि आम जनता यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकें। दिल्ली में 500 से ज्यादा मोहल्ला क्लीनिक बनाए गए है। यहां मरीजों को निशुल्क दवाईयां व अन्य सुविधा मिलती है।