भोपाल । प्रदेश मेंइन दिनों कांग्रेस का सदस्यता अभियान जोरों पर चल रहा है। कांग्रेस का यह सदस्यता अभियान 30 मार्च तक चलेगा। वहीं ये बात भी सामने आ रही है कि जिन पदाधिकारियों ने सदस्यता अभियान में सहयोग नहीं करा है ऐसे पदाधिकारियों को पद मुक्त किया जाएगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आलाकमान ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि किसी नेता या पदाधिकारियों ने कांग्रेस के सदस्यता अभियान में सदस्य नहीं बनाए हैं तो वे आगामी चुनाव में जिम्मेदारियों की दौड़ से बाहर रहेंगे या कहें कि चुनाव के टिकट की दौड़ में शामिल ही नहीं हो सकेंगे।

स्पष्ट और सख्त निर्देश
प्रदेश कांग्रेस के संगठन चुनाव अधिकारी रामचंद्र खुटिया ने स्पष्ट और सख़्त निर्देश दिए हैं कि कांग्रेस सदस्य नहीं बनने वाले कांग्रेस नेता पदाधिकारी एवं चुनाव के टिकट की दौड़ से बाहर हो जाएंगे। अगर कांग्रेस के नेता या कार्यकर्ता कांग्रेस के सदस्य नहीं बने तो कांग्रेस संगठन की चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाएंगे न ही संगठन में पदाधिकारी बनाए जाएंगे। कांग्रेस सदस्यता अभियान में जिला/शहर अध्यक्षों के साथ स्थानीय पदाधिकारियों ने अगर सदस्यता अभियान में सहयोग नहीं किया है। ऐसे पदाधिकारियों को पद मुक्त किया जाएगा।

गंभीरता से लिया जा रहा अभियान
कांग्रेस के इस सदस्यता अभियान को गंभीरता से लिया जा रहा है। उधर, पीसीसी से मिले निर्देश के मुताबिक संभाग की रिपोर्ट बनाना शुरु कर दिया है। इसके साथ ही सभी को सूचना भी दे दी गई है कि अगर तत्काल कांग्रेस का सदस्यता अभियान 30 मार्च तक करें। कांग्रेस के पदाधिकारियों को सदस्यता डायरी दी गई है। जिसमें सदस्य बनाने वालों की पूरी जानकारी रहेगी। सभी को डायरी के साथ ही सदस्यता शुल्क (5 रुपए) भी जमा करना होगा। इससे पता चलेगा कि किस पदाधिकारी ने कितने सदस्य बनाए। एक अहम बात यह भी है कि सदस्यता अभियान के माध्यम से सदस्य बनाने में जो व्यक्ति सदस्य बनेगा उसका फोटो, आधार कार्ड सहित अन्य जानकारी भी उसमें लिखना और लगाना होगी। इसलिए इसमें कोई भी गलत जानकारी नहीं दे सकेगा।