भोपाल/रायसेन ।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रायसेन जिले के गैरतगंज में जल संरक्षण के लिए जलाभिषेक अभियान का शुभारंभ किया। इसके तहत 5 हजार अमृत सरोवर (तालाब) बनाए जाएंगे। यह जून तक या अगले साल मार्च तक बन जाएंगे। इस पर 700 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 10 हजार पुराने तालाबों को ठीक किया जाएगा। इसमें 350 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा छोटी-छोटी जल संरचना बनाने का काम किया जाएगा। शिवराज ने कहा कि इससे धरती का जल स्तर बढ़ेगा। यह अभियान पिछली सरकार के कार्यकाल और कोरोना के कारण नहीं चला। इसे दोबारा शुरू किया जा रहा है।मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कार्यक्रम में प्रदेशवासियों सहित समाज के सभी वर्गों और संस्थाओं का आव्हान किया है कि वे आज से ही पानी बचाने के अभियान में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ही जल संस्कृति है। प्राचीन काल से ही जल के महत्व को बताया जा रहा है। भारतीय संस्कृति में तालाब अभिन्न अंग रहे हैं। कुंए, बावड़ी आदि हमेशा से ही महत्वूर्ण रहे हैं। इनके माध्यम से जल का संरक्षण होता है और हमारे लिए भी पानी बचता है। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा जिले में अमृत सरोवर योजना में 113.60 लाख रुपये से अधिक लागत के चार कार्यो की शिला पट्टीका का भी अनावरण किया गया। उन्होंने 52 कलशों का पूजन कर प्रदेश के सभी जिलों में जल अभिषेक अभियान को शुरू कराया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ अरविंद भदौरिया, सांसद रमाकांत भार्गव और सिलवानी विधायक रामपाल सिंह भी उपस्थित रहे।

जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्लोबल वार्मिग से पर्यावरण को हो रहे नुकसान का उल्लेख करते हुए कहा कि जल बिना जीवन और दुनिया का कल्पना नही हो सकती। उन्होंने लगातार गिरते भूजलस्तर की वजह से होने वाले खतरों से सचेत करते हुए कहा कि हमे हर हाल में वर्षा जल को बचाकर धरती के पेट में पानी को पहुंचना पड़ेगा। उन्होंने आव्हान किया कि प्राचीन जल स्त्रोतों के पुनर्जीवन के साथ ही वर्षा जल रोकने के लिए बोरी बंधान, चैकडेम, स्टापडेम, तालाब, खेत तालाब जैसी संरचनाओं का निर्माण करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार की तरफ से पैसों की कोई कमी नही की जाएगी लेकिन सिर्फ सरकार के बूते यह काम नही होगा, जन अभियान परिषद, विभिन्न स्वयंसेवी संगठन और समाज के सभी वर्ग मिलकर जल अभिषेक अभियान को जन जन का अभियान बनाएं।

धरती को बचाने का अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल अभिषेक अभियान धरती को अभूतपूर्व संकट से बचाने का अभियान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी संकल्प और सूत्र यही है कि दुनिया को ग्लोबल वार्मिंग की त्रासदी से कैसे उबारा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल संरचनाओं को और सशक्त बनाना होगा। आज प्रदेश में सिंचाई क्षमता साढ़े 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 65 लाख हेक्टेयर हुई है। खेत तालाब जैसी योजनाओं से इस दिशा में और प्रगति हो सकती है। मुख्यमंत्री ने उनसे जुड़े लाखों ग्रामीणों का आव्हान किया कि वे गौरव दिवस पर पानी बचाने, पेड़ लगाने, स्वच्छ ग्राम बनाने, नशामुक्त ग्राम बनाने और बेटियो का सम्मान करने का संकल्प ले।

बेटियों की इज्जत मतलब प्रदेश की इज्जत
मुख्यमंत्री ने आज एक नया नारा गढ़ते हुए कहा कि बेटियो की इज्जत मतलब प्रदेश की इज्जत। बेटियो को तरफ बुरी नियत से देखने वालों को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुष्टों को जीने लायक नही रहने दूंगा। अब ऐसे तत्वों को कड़ी सजा दी जा रही है और उनके मकानों को बुलडोजर से जमीदोज किया जा रहा है। उन्होंने किसानों का आव्हान किया कि वे आंगनबाडिय़ों को सजक्त बनाने के लिए आंगनबाड़ी को गोद ले और यथा शक्ति अनाज भी दे। उन्होंने कहा कि मेधावी बच्चो विशेषत: बालिकाओं की शिक्षा में कोई कमी नही आने दी जाएगी।