मैनपुरी आंध्र प्रदेश से तस्करी कर लाई गई करीब छह किलो चरस को स्वाट टीम ने भोगांव पुलिस के साथ मिलकर बरामद कर लिया है। दो तस्कर भी पुलिस के हाथ लगे हैं। बुधवार को एसपी ने प्रेसवार्ता कर कार्रवाई के संबंध में जानकारी दी।
एसपी अशोक कुमार राय ने बुधवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस के दौरान बताया कि जिले में मादक पदार्थ का व्यापार करने वाले दो तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं। बताया कि मंगलवार को स्वॉट/साइबर टीम प्रभारी विक्रम सिंह को सूचना मिली कि भोगांव क्षेत्र में मैनपुरी जाने वाले मार्ग पर बने यात्री प्रतीक्षालय के पास मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले दो शातिर मौजूद हैं। टीम प्रभारी ने उप-निरीक्षक जैकब फर्नाडीज, एसआई मोहित राणा, मनोज कुमार के साथ घेराबंदी की। पुलिस को आता देख यात्री तस्कर भागने लगे लेेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके पास एक बड़े थैले में करीब छह किलो चरस बरामद हुआ।एसपी ने बताया कि बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब साढ़े चार करोड़ रुपये है। तस्करों ने बताया कि वह आंध्र प्रदेश से चरस को तस्करी कर लाते हैं और फिर इसके बाद मैनपुरी व आसपास के जिलों में फुटकर बिक्री कर मोटा लाभ कमाते हैं। पूछताछ में तस्करों ने अपने नाम विनय प्रताप भदौरिया निवासी जरामई दन्नाहार, उपेंद्र उर्फ भूरा यादव निवासी गांव डुडिया थाना मिरहची एटा बताया। कई अहम जानकारियां भी उनसे हासिल हुईं हैं जिस पर टीम को लगाया गया है। 
विनय है शातिर 
सीओ (अपराध) चंद्रकेश सिंह ने बताया कि विनय अपने ट्रकों से गांजा, चरस की तस्करी करता है। जब ट्रक व माल पकड़ा जाता है तो वह किसी गरीब व्यक्ति का किरायानामा बनाकर ट्रक को छुड़वा लेता है। दोनों पर फिरोजाबाद, एटा और मैनपुरी में दर्ज मामलों में वांछित चल रहे थे। इनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। 
गिरफ्तारी को एनसीबी की ली जाएगी मदद 
एएसपी मधुवन कुमार ने बताया कि फुटकर खरीदारी करने वाले व्यापारियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। उन्हें भी गिरफ्तार कर जनपद में हो रही मादक पदार्थों की बिक्री/तस्करी को रोका जा सकेगा। उड़ीसा/आंध्र प्रदेश के मुख्य स्रोत के बारे में पता लगाकर नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की मदद से गिरफ्तारी का प्रयास किया जाएगा। गैंगस्टर की कार्रवाई के तहत अपराध से अर्जित की गई संपत्ति की कुर्की किए जाने की कार्रवाई भी की जाएगी।