भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा शुरू की गई सीसीटीवी सर्वलेन्स योजना में प्रदेश भर के विभिन्न महत्वपूर्ण चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों से सभी संबन्धित जिला पुलिस कन्ट्रोल रूम द्वारा लगातार निगरानी की जाती है। निगरानी के उद्देश से साल 2019 में वीडीपी पोर्टल (व्हीकल डिटेक्शन पोर्टल) का उपयोग शुरु किया गया। वीडीपी  पोर्टल एक वेब आधारित एप्लीकेशन है, जिसे एएनपीआर (ऑटोमैटिक नम्बार प्लेमट रिकग्निशन कैमरा) के डेटा को स्टोर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मध्यप्रदेश में 1,569  एएनपीआर कैमरे प्रदेश की अलग अलग 293 लोकेशन पर स्थापित किये गऐ है। एएनपीआर कैमरै विशेष तौर पर शहर के भीतर आने ओर जाने वाले स्थानों पर ओर शहर के मुख्य चोराहो पर लगे है। एएनपीआर कैमरे वाहनो की नम्बर प्लेट रीड करने मे सक्षम होते है। वीडीपी पोर्टल मध्यप्रदेश पुलिस की स्टेट क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो के पोर्टल सीसीटीएनएस मे दर्ज चोरी के वाहनो का डाटा लेकर एएनपीआर कैमरे के सामने से गुजरने वाले वाहनो की पहचान कर एक एलर्ट जारी करता है, ओर एंव संबंधित थाना प्रभारी एंव जिले के अन्य अधिकारियो को एसएमएस के द्वारा सूचित करता है। इससे तुरंत ही कार्यवाही कर चोरी के वाहनो को बरामद करने के साथ ही आरोपियो को पकडने मे पुलिस को काफी मदद मिलती है। संदिग्ध वाहनो की सूचना होने पर उस वाहन का अर्लट तैयार किया जाता है, जो कि एएनपीआर कैमरो के सामने से गुजरने पर संबंधित को एसएमएस के द्वारा सूचित करता है। पोर्टल के मध्यम से किस किस लोकेशन से वाहन गुजरा है, उसकी हिस्ट्री देखी जा सकती है। यदि कोई वाहन चोरी हो जाता है, और उसकी एफआईआर हो जाती है, तो उसकी सूची इस पेज पर दिखाई देगी और जब भी मध्य प्रदेश के किसी भी एएनपीआर कैमरे में चोरी का वाहन नजर आता है, तो संबंधित थाना प्रभारी एंव जिले के अन्य अथिकारियो को एएएमएस के द्वारा सूचित करता है। अधिकारियो ने बताया कि 17 अक्टूबर 2019 से अभी तक वीडीपी पोर्टल के माध्यम से संदिग्ध वाहन एवं चोरी के वाहनों के कुल 5,491 अलर्ट जनरेट हुये हैं। पुलिस अधिकारी इस वीडीपी पोर्टल पर चोरी के वाहनों की सूची भी देख सकते हैं, तथा शहर के विभिन्न चैराहो पर तेनात टैफिक पुलिस के अधिकारी एंव कर्मचारीयो को एक लिंक प्रदान की गई है, जिसके माध्यम से उनके द्वारा स्पॉट पर ही संदिग्ध वाहन की पहचान की जा सकती है।