नई दिल्ली । में कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल के बाद अब इसकी मदद से सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की योजना है। इसके लिए वाहन की विंडशील्ड पर कैमरे और स्क्रीन लगाई जाएगी, जिससे सेंसर के जरिये आसपास की जा रही गलत ड्राइविंग की जानकारी वाहन चालक को दी जाएगी। इसके साथ हादसे का खतरा होने पर वीडियो अलर्ट भी मिलेगा। केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआइ) अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर इस योजना पर काम कर रहा है।

नागपुर में इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किया गया है। इसमें पहले चरण में 300 सार्वजनिक बसों में कैमरे और स्क्रीन लगाई गई हैं। इसमें सेंसर किसी व्यक्ति के अचानक सामने आने, वाहन के तेज गति, कम दूरी होने आदि का खतरा होने पर अलर्ट जारी करेगा। नागपुर में शुरुआत के छह माह तक इन उपकरणों की निगरानी भी होगी। कैमरे और स्क्रीन लगाने के बाद किन इलाकों, किस विशेष चौराहे, मार्ग व कट पर अधिक बार अलर्ट जारी हुआ। इस बारे में रिपोर्ट तैयार की जाएगी।