नई दिल्ली । दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आपूर्ति नकली दवाओं को लेकर पिछले कुछ दिनों से जारी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।  एक और दवा की लैब टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आई है। ये दवा मिर्गी के मरीजों को दी जा रही थी, जो गुणवत्ता मानकों पर फेल साबित हुई। जानकारी के मुताबिक दिल्ली फेक मेडिसिन मामले में लैब टेस्ट में एक और दवा मानकों पर खरी नहीं उतरी। लैब टेस्ट में जिस दवा को नकली बताया गया है, वो मिर्गी के मरीजों को दी जा रही थी। दवा की जांच के दौरान उसे खराब गुणवत्ता की पाई गई है। दवा का नाम है। इस दवा को सैंपल जांच के लिए भेज गया गया था। जांच में उन्हें यानी खराब गुणवत्ता की श्रेणी में पाया गया है। बता दें कि बीते सप्ताह दिल्ली के उप राज्यपाल विनय सक्सेना ने खराब गुणवत्ता की दवा के मामले में  सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। करीब पांच दवाएं ऐसी थीं, जिनके सैंपल लैब टेस्ट में फेल साबित हुए थे। इसके बाद दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में लैब टेस्ट में असफल हुई दवाओं को जब्त कर मरीजों के इस्तेमाल के लिए ना देने के आदेश जारी किए थे। वहीं, मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वास्थ्य सचिव को उन पांच दवाओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया, जो गुणवत्ता मानक परीक्षण में विफल रहीं और जिसे बाजार से वापस ले ली गई है। उन्होंने दवाओं की खरीद और आपूर्ति को लेकर एक अधिकारी को एक पखवाड़े के भीतर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करने को कहा है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि केंद्रीय खरीद एजेंसी और सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) पोर्टल के माध्यम से खरीदी जाने वाली दवाएं और उपभोग्य वस्तुएं मानक गुणवत्ता की हों।