अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन ने OPD रजिस्ट्रेशन काउंटर्स पर तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए नया आदेश जारी किया गया है। इस आदेश में कहा गया है कि यह आउटसोर्स कर्मचारी अब अपने ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। एम्स प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि यह आदेश 16 अक्टूबर से लागू होंगे। प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि कर्मचारियों के द्वारा मोबाइल फोन पर बात करने की वजह से जरूरी सेवाओं में देरी होती थी और मरीजों को परेशानी होती थी।एम्स के निदेशक डॉक्टर एम श्रीनिवास ने सोमवार को कई अहम आदेश जारी किये हैं। इसके तहत प्रशासन ने बैट्री से चलने वाली 50 नई बसों को लाने का फैसला किया है। इन बसों के जरिए मरीजों, उनके अटेन्डेंट तथा सपोर्टिंग स्टाफ को संस्थान के अंदर तक लाया जाएगा। 10 अक्टूबर से जो भी मरीज सर्जिकल ब्लॉक के ओपीडी में है उनका रजिस्ट्रेशन सर्जिकल ब्लॉक में खुद-ब-खुद होगा।

इससे पहले 30 सितंबर को एम्स प्रशासन ने जो ऑर्डर जारी किये थे उसमें नई ओपीडी कार्ड के लिए लिये जा रहे 10 रुपये के शुल्क को खत्म कर दिया था। इसकी जगह पर स्लॉट वाइज टोकन नंबर सिस्टम उन मरीजों के लिए बनाया गया था जिनके पास पहले से अप्वाइंटमेंट नहीं है। अब एम्स निदेशक के द्वारा एक दिन पहले जारी किये गये आदेश के मुताबिक, ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास रहने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों को अपनी शिफ्ट शुरू करने से पहले अपना मोबाइल फोन एक सुरक्षित बक्से में रखना होगा। इस आदेश में कहा गया है कि ऐसा नोटिस किया गया है कि ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर काम करने वाले आउटसोर्स कर्मचारी अक्सर मोबाइल फोन पर बातचीत करते हैं जिसकी वजह से इंतजार कर रहे मरीजों की लंबी कतार लग जाती है। जिसके कारण मरीजों को सुविधाएं मिलने में देरी होती है।