भोपाल  । कोरोना काल में बिजली बिल का भुगतान नहीं कर पाए उपभोक्ताओं के लिए शुरू की गई समाधान योजना परेशानी का सबब बन गई है। कोरोना काल के बिल के समायोजन के नाम पर इस बार 40 दिन बाद उपभोक्ताओं को बिजली बिल दिया जा रहा है। इस कारण अकेले राजधानी भोपाल में ही करीब 5 लाख उपभोक्ताओं को करंट लगा है। यानी बिल में देरी के कारण उन्हें एक की बजाय सात से आठ रुपए प्रति यूनिट का भार  उठाना पड़ रहा है।जानकारी के अनुसार, शहर के पांच लाख उपभोक्ताओं को इस बार दस से बारह दिन देरी से बिजली बिल दिए जा रहे हैं। जो उपभोक्ता 30 दिन की बिलिंग सायकिल के तहत बिजली की खपत 150 यूनिट में सीमित रखकर सरकारी छूट का लाभ प्राप्त करते थे, इस देरी से वे अब बिजली बिल के हाईस्लैब में पहुंच गए हैं।  यानी शुरुआती 100 यूनिट अब उन्हें एक रुपए प्रति यूनिट की बजाय सात से आठ रुपए प्रति यूनिट की ही पड़ेगी। जाहिर है, अपना बिल 200 रुपए के अंदर  बनाए रखने वालों को इस बार 800 रुपए से 1000 रुपए तक बिल जमा करना होगा।

लेट मीटर रीडिंग से बिलिंग गड़बड़ाई
कोरोना काल के बिजली बिलों की राशि हाल में सरकार ने माफ की है। इस  राशि का ही समायोजन किया जा रहा है। बिजली कंपनी के इंजीनियर्स का कहना है कि इसके लिए सिस्टम अपडेट किया जा रहा है, जिसमें समय लगा और रीडिंग लेकर बिल बनाने में देरी हुई। गौरतलब है कि सरकार ने 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों के लिए प्रति यूनिट एक रुपए की दर से बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था की है। 150 यूनिट बिजली खपत पर शुरुआती 100 यूनिट प्रति यूनिट एक रुपया व इसके बाद की तय टैरिफ के अनुसार वसूलने का नियम है। यदि खपत 150 यूनिट से एक यूनिट भी कम हुई तो फिर पहली यूनिट से उपभोक्ता को तय टैरिफ के अनुसार ही बिल जमा करना पड़ता है। यही गणित इस लेट मीटर रीडिंग बिलिंग से गड़बड़ा गया है।

आठ से 10 दिन बाद बिलिंग
शहर में इस बार 8 से 10 दिन बाद मीटर की रीडिंग और बिलिंग शुरू हुई है। होशंगाबाद रोड की कॉलोनियों जिसमें विद्या नगर से लेकर नारायण नगर, चिनार व आसपास तक माह की सात तारीख से दस तारीख तक मीटर की रीडिंग बिलिंग हो जाती है। इस बार 15 अप्रेल को मीटर रीडिंग शुरू हुई। कटारा हिल्स की बाग मुगालिया, बाग सेवनियां, अरविंद विहार व अन्य कॉलोनियो में पांच तारीख से मीटर रीडिंग बिलिंग शुरू हो जाती है। इस बार ये पूरे दस दिन लेट है। कोलार में 8 से 9 तारीख तक मीटर रीडिंग के लिए कर्मचारी पहुंच जाता है। इस बार यहां मीटर रीडिंग 14 अप्रैल से शुरू हो पाई है। महाप्रबंधक सूचना प्रौद्योगिकी अभिषेक मार्तड ने बताया कि बिल माफी योजना और नए टैरिफ को लागू करने की वजह से बिल बंटने में देरी हुई है। हमारी कोशिश है कि इस देरी से टैरिफ पर कोई असर नहीं हो इसके लिए जल्द से जल्द रीडिंग बिलिंग का काम पूरा किया जा रहा है।