दिल्ली में दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के सागरपुर इलाके में 13 साल की किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर डरा-धमकाकर पीड़िता के साथ वारदात की और फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की पहचान कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की पहचान 50 वर्षीय अजय पाल सिंह के रूप में बताई है. आरोपी सागरपुर के इंदिरा पार्क का रहने वाला है और प्लास्टिक के आइटम बनाने का काम करता है. पुलिस उससे पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।

पुलिस के अनुसार, 25 दिसबर रविवार को आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 साल की किशोरी अपने दोस्तों के साथ क्रिसमस मनाकर अपने घर लौट रही थी. इस दौरान सागरपुर स्थित कमल पार्क में वो अपने दोस्तों के साथ घूमने गयी,  इस बीच आरोपी वहां पहुंचा। उसने किशोरी, उसकी सहेली व लड़के को डांटना शुरू कर दिया। वह कह रहा था कि पार्क में बैठकर तीनों गंदी हरकत कर रहे हैं। वह पुलिसकर्मी है। तीनों को थाने ले जाकर परिवार को भी बुलाएगा। इस बात पर तीनों डर गए। पहले किशोरी की सहेली वहां से चली गई। बाद में आरोपी ने डरा-धमकाकर लड़के को भी भगा दिया। इसके बाद आरोपी पीड़िता को डराकर झाड़ियों में ले गया और दुष्कर्म किया। किसी को कुछ भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी।

पीड़िता ने घर जाकर सारी बात परिवार को बताई।  जिसके बाद किशोरी की मां ने इसकी सूचना पुलिस को दी.  पुलिस ने किशोरी का मेडिकल करा कर मामला दर्ज किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को पकड़ने के लिए  डीसीपी मनोज सी की देखरेख में सागरपुर एसएचओ के.बी. झा के नेतृत्व में कुल 40 पुलिसकर्मियों की 5 टीमों का गठन किया गया. पुलिस टीम घटनास्थल और आसपास के 150 से भी ज्यादा सीसीटीवी फुटेजों की जांच कर आरोपी की पहचान कर उसकी तलाश में जुट गई.

हालांकि, शुरुआत में डर की वजह से किशोरी सही तरीके से पुलिस को जानकारी नहीं दे पाई और इस वजह से पुलिस देर रात तक उसकी तलाश में इधर-उधर भटकती रही. आखिरकार किशोरी ने पुलिस को सही घटनाक्रम और आरोपी के हुलिए के बारे में बताया. पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने एडिडास का ट्रैक सूट पहना था जिस पर लाईट ग्रीन कलर की स्ट्रिप बनी हुई थी और उसने सिर पर मरून कलर की टोपी पहनी हुई थी.

इसके बाद SHO ने बिना समय गंवाए टीमों को घटनास्थल के आसपास के इलाकों में आरोपी की तलाश में लिए रवाना किया. पुलिस के पास आरोपी की ज्यादा जानकारी नहीं थी अब केवल ट्रैक सूट के ग्रीन स्ट्रिप और मरून कलर की कैप के आधार पर ही पुलिस को आरोपी का पता लगाना था. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुटी रही और आखिरकार एक संदिग्ध को मिठाई की दुकान के बाहर से दबोच लिया. पीड़िता और उसके दोस्तों ने उसकी पहचान की जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल किया. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.